
नितीश सरकार में शराबबंदी के बावजूद जहरीले शराब पीने से लगातार मौते हो रही है.सिवान व सारण में जहरीले शराब से 27 लोग मर गए हैं. यह घटना सिवान-सारण के दर्जन भर गांवों में शराब पीने के बाद महिला सहित 27 लोगों की मौत होने की खबर मिल रही है. 49 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है जिनमें से दो लोगों की आंखों की रोशनी भी लोगों की चली गई है. सिवान सदर अस्पताल से पांच लोगों को पीएमसीएच रेफर किया गया है, वही दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई है मरने वालों में 23 सिवान से हैं और चार चरण जिले के हैं. सारण एसपी ने मसरख थाना अध्यक्ष समेत पांच पुलिस अधिकारी को सस्पेंड किया है.
मिली जानकारी के अनुसार भगवानपुरहाट में लोग मेले में बिक रही पूछ वाली शराब खरीद कर पी रहे थे जिसका यह लोग शिकार हुए हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस शराब के निर्माण के सप्लायर है लकड़ी नवीगंज थाने के डमझो गांव का मिथिलेश राय. स्पीर्ट से बना यह शराब धड़ल्ले से सारण और सिवान जिलों में बिक रहे हैं. शराब पोखरा सागर पोखरा के प्रभु नाथ राम जो शराब का विक्रेता थे,उसकी भी जहरीली शराब के पीने से मौत हो गई है.मसरख में दो घंटे बाद रुदल व रजनीकांत समेत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. इब्राहिमपुर के निवासी धर्मेंद्र शाह और मसरख निवासी राजेंद्र शाह की आंखें शराब पीने से चली गई है.
छपरा व सिवान में जहरीली शराब पीने से पहला हादसा नहीं है,इसके पहले भी हादसे हुए हैं.जिसमें 71 लोगों की जान जा चुकी है.यह घटना 14 दिसंबर 2022 को हुआ था जिसमें 44 लोगों की मौत केवल मशरक में हुई थी. पुलिस अपना काम कर चुकी है, संबंधित थाने के अधिकारियों को सस्पेंड कर फॉर्मेलिटी पूरी कर ली है.अर्थात् हाथ झाड़ली है.