थानाध्यक्ष का हत्यारा हार्डकोर नक्सली को 19 साल बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
छापेमारी के दरमयां थानाप्रभारी को मारी गई थी गोली

संजय शाश्वत
कानून के हाथ लंबे होते हैं उससे बचना बहुत ही मुश्किल होता है.. देर भले हो जाए,क़ानून के हाथ अपराधी तक पहुँच ही जाते हैं . ऐसी एक घटना है जो 19 साल पहले भोजपुर के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव में हुआ था.तब के थाना प्रभारी राजकुमार शाह की छापामारी के क्रम में देर रात हत्या कर दी गई थी.लेकिन भोजपुर के युवा और ऊर्जावान एसपी मिस्टर राज ने उस थानेदार के हत्यारा हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान को गिरफ्तार कर ही लिया है.
घटना जाड़े की रात की है , भोजपुर से 10 – 12 पुलिस की गाड़ियां जिसमें डीएम,एसपी,डीएसपी तमाम वरीय पुलिस अधिकारी….प्रशासन के लोग तरारी की ओर भागे जा रहे थे… गाड़ी की स्पीड 20 से ज्यादा नहीं हो पा रही थी…सड़कें जर्जर थीं…ख़बर मिली थी कि बड़का गांव में थाना अध्यक्ष तरारी पर गोलियां चली है….तब वहाँ राजकुमार साह थे थाना अध्यक्ष… जब हम लोग थाना में पहुंचे तो थाना के बाहर मातम का माहौल था. थाना अध्यक्ष को गोली लग चुकी थी,वह शहीद हो चुके थे. थाना कैंपस में ही उनका रेसिडेंस था,जहां पर पत्नी और दो बच्चे थे… जिनको इस घटना की जानकारी तक नहीं थी कि उनके पति की हत्या हो चुकी है… सभी लोग शॉकिंग थे.अगला कदम क्या हो… क्या उनके परिवार को बताया जाए या क्या किया जाए….! घटना देर रात 1:00 बजे की है और देखते ही देखते सुबह के 5:00 बज गए… तत्कालीन एसपी अजिताभ कुमार हिम्मत जुटाकर किसी तरह उनके परिवार को बताएं. रोना शुरू हो गया….
……… और आज जैसे ही या खबर मिली कि राजकुमार साह का हत्यारा पकड़ा गया है तो कहीं ना कहीं एक सुकून सा मिला. वह हत्यारा हार्ड कोर नक्सली संतोष पासवान.
भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज ने बताया कि नक्सली गतिविधियों में कौन सा मामला है जिसमें अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है…. और तब मैं इस घटना को बारीकी से देखा और प्लान किया कि हो ना हो, दशहरा में यह संतोष पासवान घर जरूर आएगा… बस उसके बाद हमने अपने गुप्तचर को लगा दिया और खबर में मिली कि वह घर आ गया है….इसके बाद एसपी साहब ने संतोष पासवान को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई और इसी टीम ने संतोष को धड़ दबोचा….
जिस हार्डकोर नक्सली की गिरफ्तारी हुई वो भोजपुर,औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर, जहानाबाद जैसे कई जिलों में वांछित था. उसके ऊपर आईईडी बम लगाकर पुल गिरने का मामला भी दर्ज है. भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज ने बताया कि भोजपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान अपने गांव जैसीडीह आया हुआ है.
इस सूचना के बाद भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज द्वारा बनाई गई स्पेशल टीम जिसके मुखिया पीरो एसडीओपी केके सिंह थे के नेतृत्व में छापेमारी की और हार्डकोर नक्सली संतोष पासवान को उसके पैतृक गांव पीरो अनुमंडल के जैसीडीह से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली के ऊपर कई नक्सली मामले दर्ज हैं.