
संजय शाश्वत
बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है खासकर बिहार के पदाधिकारी,बिहार के कर्मचारियों को बिना चढावा चढ़ए कोई काम आगे नहीं कर सकते …चाहे वह राजस्व विभाग हो….चाहे वह इंजीनियरिंग विभाग हो… शिक्षा विभाग हो….चिकित्सा विभाग हो….हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार का बोलबाला है… यहाँ भ्रष्टाचार सीना तान के चलता है… ऐसे में एक इंजीनियर के घर छापा पड़ना निश्चित तौर पर सकारात्मक पहल है.
बिहार भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर के घर पर ED का छापा पड़ा, एक साथ आठ अधिकारी अचानक ही उनके घर छापा मारे और लगभग 8 घंटे तक नोटों की गिनती होती रही….
यह बिहार ज़नाब, बिहार है…बताता चलूं यह तो एक छोटी सी मछली हैं,तालाब में ऐसे हजारों – सैकड़ो लोग भरे पड़े हैं.इससे भी छोटी सी मछली कर्मचारी हैं जो करोड़ों की संपत्ति बनाए हुए हैं. उनके बगैर कोई काम विभाग में नहीं हो सकता..यह बाबू लोग हैं…
आज संवेदनशील पदाधिकारी कर्मचारी पूरे बिहार के सिस्टम को अलग तरीका से चला रहे हैं… जनता हर रोज शोषित हो रही है