एक ही परिवार की चार बहनों की मिट्टी में दबने से हुई मौत, सभी की उम्र 6-21 वर्ष
मिट्टी के टीले के धंसने से हुई यह घटना
दुख भरी यह खबर बक्सर जिला के राजपुर थाना क्षेत्र से है जहां सुबह-सुबह 6 से 11 वर्ष की बहनें मिट्टी लाने के लिए घर से गई थी. मिट्टी के टीले से मिट्टी निकाल रही थी कि अचानक मिट्टी का टीला धंस जाता है और यह चारों बहनें इस मिट्टी के अंदर दब जाती है और उनकी जान चली जाती है. यह कहानी बक्सर के, राजपुर थाना के सरेंजा गांव की है. वैसे एक और बच्ची की जान बच गई है,वो काफी गंभीर अवस्था में है.उसको स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ये बच्चियां मृतकों में दलित बस्ती की श्याम नारायण राम 11 वर्ष की पुत्री नयनतारा कुमारी तथा छह वर्षीय शालिनी कुमारी है, रमेश राम की छह वर्षीय शिवानी कुमारी, टिंकू राम की 11 वर्षीय पुत्री संजू कुमारी शामिल है. जबकि इस हादसे में 10 वर्षीय करिश्मा कुमारी गंभीर रूप से जख्मी है, जिसका इलाज स्थानीय सीएचसी में करवाया जा रहा है. इस दुर्घटना के बाद से गांव में की स्थिति बहुत ही खराब है वहां अफरा तफरी का माहौल है घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को कंट्रोल करने में लग गई है. सभी बच्चिया दलित बस्ती की है जो बेहद ही गरीब परिवार से आती है.
कहा जाता है कि सभी बच्चियां अपने घर की लिपाई पुताई के लिए सरेंजा राजकीय बुनियादी विद्यालय के पीछे मिट्टी के टीले से मिट्टी लाने गई थी. सभी मिट्टी की खुदाई कर रही थी इसी दौरान अचानक टीला से मिट्टी का टीला ढहने लगा और सभी बच्चियां उसमें दब गई. आसपास में मौजूद बच्चों ने हो हल्ला कर ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी दी. आसपास के लोग आकर बच्चियों को मिट्टी के अंदर से निकलने में लगे तब तक देर हो चुकी थी और बच्चियों मिट्टी में तब कर अपनी प्राण त्याग चुकी थी. फिर भी उनको स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने चार बच्चियों को मृत बताया. मिली खबर के अनुसार यह मिट्टी का टीला बहुत ही पुराना है और लोग मिट्टी को इस टिळें से काटते रहे हैं. मिट्टी के टीले से मिट्टी को काटने से उसकी स्थिति एक गुफा की तरह हो गई थी.इस गुफा के अंदर से मिट्टी की कटाई हो रही थी की गुफानुमा मिट्टी का टीला धंस गया और बच्चे उसके अंदर दब गए.