संजय शाश्वत
दरभंगा के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ लेने के लिए छात्राओं की भीड़ हज़ारों में जुट गई. अचानक यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्राओं की भीड़ के कारण अराजकता का माहौल बन गया.
ज्ञात हो कि बीए पार्ट 3 की ये छात्राएं अचानक से मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का फ़ायदा लेने के लिए फार्म भरकर यूनिवर्सिटी के काउंटर पर पहुँच गई. इस योजना के अंतर्गत 50 हजार रूपये छात्राओं को मिलता है. एक छात्रा ने बताया कि यह स्थिति तब क्रिएट हुई,जब 3 दिन के अंदर फॉर्म भरना था, हम लोग रोज आते थे, लेकिन काउंटर बंद रहता था. दो काउंटर मात्र खुले हुए हैं जहां पर हजारों की संख्या में छात्राएं फॉर्म भरने के लिए बेचैन है.
कोई भी व्यवस्था विश्वविद्यालय की तरफ से नहीं की गई है, जहां छात्राओं को किसी तरह की सहूलियत मिल सके. अराजकता की स्थिति को देखते हुए पुलिस 112 को भी बुला लिया गया था. कैंपस में पुलिस आई तब जाकर कुछ स्थिति में सुधार हुआ. छात्र नेता आदर्श कुमार एक न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू में बताते हैं कि एक ही काउंटर खुला हुआ है
जहां पर दलाल लोग ज्यादा सक्रिय हैं. यूनिवर्सिटी का कोई भी पदाधिकारी कैंपस में नहीं है और ना ही इस बदतर की स्थिति को संभालने के लिए सामने आ रहा है. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर विनोद कुमार बताते हैं कि स्थिति अराजक तब हुई ज़ब उम्मीद से ज्यादा संख्या में छात्राएं जुट गई.
फॉर्म भरने के लिए मारामारी होने की स्थिति छात्राओं के बीच हुआ. इस बदतर स्थिति के पीछे क्या कारण हो सकता है..?
क्या पाठक यह समझते हैं कि यह अराजक स्थिति बिहार की शैक्षणिक क्षेत्र में विश्वविद्यालय/ महाविद्यालय में क्यों हो रहा है….. चार जिलों की यह छात्राएं हैं,जब विश्वविद्यालय प्रांगण में पहुंचती हैं तो वहां की स्थिति बद से बदतर हो जाती है. इसके लिए जिम्मेवार क्या छात्राएं हैं ?
यही हाल अमूमन बिहार के लगभग सभी विश्वविद्यालयों की है जहां पठन – पाठन तो नादारत है… बाकि सब कुछ चल रहा है….