
बिहार सरकार ने बिहार की विधि व्यवस्था को दुरुस्त व सुधारने के लिए एक बार फिर फिर प्रयोग करती नज़र आ रही है. इस बार सीनियर आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर और पोस्टिंग किया गया है. कभी आनंद मोहन सिंह को गिरफ्तार करने वाले पटना के एसएसपी रहे कुंदन कृष्णन दिल्ली से वापस पटना बिहार आ चुके हैं और उनको सरकार ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है. ज्ञात हो कि पटना एसएसपी के रहते उन्होंने आनंद मोहन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
बिहार में कुंदन कृष्णन सहित 7 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे 1994 बैच के आइपीएस कुंदन कृष्णन को बिहार पुलिस का एडीजी (मुख्यालय) बनाया गया है.
इनके साथ ही आतंकवाद निरोधक दस्ता के एडीजी पंकज दराद को एडीजी (विधि व्यवस्था) की नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
बिहार पुलिस मुख्यालय ने मंगलवार को सात वरिष्ठ आइपीएस को नयी जिम्मेदारी सौंपी है. नयी व्यवस्था के तहत जितेंद्र सिंह गंगवार को डीजी (मुख्यालय) के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है. वे पूर्ण रूप से डीजी (नागरिक सुरक्षा) की जिम्मेदारी संभालेंगे. एडीजी (विधि व्यवस्था) रहे संजय सिंह को एडीजी (प्रशिक्षण) की जिम्मेदारी दी गयी है. बी-सैप के आइजी शालीन को एटीएस का आइजी बनाया गया है. उनको बी-सैप के आइजी की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है.
अपराध अनुसंधान विभाग के डीआइजी विवेक कुमार को पूर्वी क्षेत्र भागलपुर का डीआइजी बनाया गया है. पूर्वीय क्षेत्र भागलपुर के डीआइजी विवेकानंद को डीआइजी एसटीएफ की जिम्मेदारी दी गयी है.