CO ऑफिस की करनी से सरकारी ज़मीन का हुआ था जमाबंदी, ADM ने कैंसिल किया म्यूटेशन

संजय शाश्वत

तस्वीरें बोलती है….. यह सारी तस्वीरें आरा अंचल कार्यालय की है.. कहा जाता है कि यहाँ जमकर भ्रष्टाचार है… बिना पैसा दिए कोई काम नहीं होता.. ऐसे में पैसा खाकर लोग गलत काम को सही करने में भी गुरेज नहीं करते…. ऐसा ही गलत काम को अंजाम दिया गया है CO ऑफिस आरा के CO और कर्मचारी द्वारा… पर गलत तो गलत ही है….
भोजपुर के आरा में सरकारी जमीन हड़पने को लेकर एक मामला सामने आया है जिसमें भोजपुर ADM ने CO आरा के रिपोर्ट पर एक्शन लेते हुए 27 साल पुराना 12 लोगों से जुडा 9 जमाबंदी को रद्द करते हुए कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि मामला फर्जीवाड़ा होने के वेलोग बदनाम तो होंगे ही साथ ही जेल भी जा सकते हैं.आरा के गौसगंज स्थित यह यह ज़मीन करोड़ों की कीमत का है.
दरअसल यह सरकरी गैर मजरूआ जमीन है जिसका खाता नंबर 166,खेसरा नंबर 267 और रकबा एक एकड़ है कि स्थानीय अंचल कर्मचारियों और पदाधिकारी की मिली भगत से वर्ष 1998-99 में फर्जी ढंग से 12 लोगों के द्वारा निबंधन कराया गया थानिबंधन कराने के दौरान इन लोगों ने सरकारी जमीन या प्रतिबंधित खाता होने से बचने के लिए जमीन का खाता बदल दिया गया मगर खेसरा, चौहदी और रकबा वही रखकर रजिस्ट्री करा लिया गया.
आरा अंचल की CO पल्लवी गुप्ता ने ज़ब इसका जांच करना शुरू किया तो परतें निकलती चली गई और मामला जब सामने आया तो पता चला कि खाता संख्या 166, खेसरा 267 रकबा एक एकड़ के बदले इन सभी ने खेसरा 267 रकबा लगभग एक एकड़ परंतु खाता 166 के बदले 69 व 771 दर्ज करा दिया गया है.
इस खेल में विभाग के कई लोग शामिल थे जिसमें तत्कालीन अंचल अधिकारी और राजस्व कर्मचारी का सीधा मिलीभगत था . विभागीय मिली भगत से ज़मीन का दाखिल खारिज भी करवा लिया गया था. इसके बाद ऑनलाइन जमाबंदी भी कर ली गई थी.
एक मामले की अतिक्रमण की सुनवाई के दौरान यह मामला सामने आया. अंचलाधिकारी पल्लवी गुप्ता के कान खड़े हो गए. इसके बाद CO जाँच में लग गई.जांच में मामला सही पाए जाने पर अंचलाधिकारी ने एडीएम को जमाबंदी रद करने की अनुशंसा की.
अंचलाधिकारी की अनुशंसा पर एडीएम गंभीरता से काम करते हुए सभी जमाबंदी को रद कर दिया. सभी खाता, खेसरा व रकवा फिर से अपडेट करने का निर्देश दिया है.
यह लोग जमाबंदी कराए थे….
गौसगंज की लालमुनी देवी, शकुंतला कुमारी सिंह, जानकी देवी, किरण देवी, ललिता देवी, फूल कुमारी देवी और मंजू देवी के साथ-साथ रंजीत कुमार चौधरी, दिनेश कुमार चौधरी, शंभूनाथ ओझा, शिवयोगी व हरेंद्र साह शामिल है.