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25 जनवरी को आरा में होगा शाहाबाद स्तरीय बदलो बिहार समागम

समागम के मुख्य वक्ता भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य व काराकाट सासंद राजाराम सिंह होंगे

न्यायपूर्ण नया बिहार के लिए संघर्ष तेज करने के लिए 15 जनवरी 2025 को नागरी प्रचारिणी सभागार आरा में शाहाबाद स्तरीय बिहार समागम की तैयारी को लेकर भाकपा-माले जिला कार्यालय श्री टोला आरा में सभी जन संगठनों की बैठक आयोजित की गई.

बैठक के दौरान सबसे पहले भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य व पूर्व विधायक शहीद कॉ महेंद्र सिंह की शहादत के अवसर पर उन्हें 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. बैठक के दौरान समागम की तैयारी पर विस्तृत बातचीत की गई.

समागम के मुख्य वक्ता भाकपा-माले पोलित ब्यूरो सदस्य व काराकाट सासंद राजाराम सिंह,राज्य सचिव कुणाल,ऐपवा महासचिव मीना तिवारी होंगे. इस दौरान बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य व भोजपुर जिला सचिव जवाहरलाल सिंह ने कहा कि बिहार सामाजिक आर्थिक सर्वे 2022-23 से या उजागर हुआ कि एनडीए के दो दशकों के शासनकाल के बाद भी बिहार में गरीबी है एक तिहाई परिवार ₹200 सौ रुपए प्रतिदिन की आमदनी पर गुजारा कर रहे हैं जबकि ऐसे गरीब परिवारों को 2 लाख रुपए आर्थिक मदद पहुंचाने की सरकारी घोषणा लेकिन अब तक चंद परिवारों तक भी नहीं पहुंच सकी है.

इसी तरह आरक्षण में की गई बढ़ोतरी 75% को संविधान की नवी अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार ने ठुकरा दी है नीतीश कुमार ने जले हुए नमक छिड़क कर बिहार को दो और बड़े झटके दिए हैं पहला भूमि सर्वेक्षण की शुरुआत,इससे बिहार गरीबों पर दशकों के संघर्षों के जरिए हासिल की गई जमीन पर बेदखल करने का खतरा मंडराने लगा है.और दूसरा प्रीपेड मीटर की अनिवार्यता है जो कम आय वाले परिवारों पर आर्थिक भुज डालते हुए उन्हें बिजली के अधिकार से वंचित कर रही है.

बैठक को सम्बोधित करते हुए भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य संतोष सहर ने कहा कि नीतीश राज्य में राज्य की महिलाओं को सबसे अधिक ठगा गया है मिड डे मील कार्यकर्ताओं को साल में केवल 10 महीने के लिए हर रोज मात्र ₹50 मिलते हैं कोविड-19 महामारी के दौरान बिहार की सेवा और रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाली आशा कार्यकर्ताओं को 2500 रुपए प्रति माह प्रोत्साहन राशि देने के वायदे से सरकार में मुकर रही है. जीविका कैडरों को जिन्होंने स्वयं सहायता समूह में लाखों महिलाओं को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी,अब उन्हीं समूहों से अंशदान वसूल कर अपनी जीविका चलाने के लिए कहा जा रहा है!गरीब ग्रामीण महिलायें माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की कर्ज वसूली की जिल्लत रही है. विधवा व वृद्धावस्था पेंशन राशि ₹3000 प्रतिमाह होनी चाहिए लेकिन वह ₹400 पर अटकी हुई है.

बैठक में भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव,इंनौस राज्य सचिव व अगियांव विधायक शिवप्रकाश रंजन,अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव व पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह,राज्य कमेटी सदस्य इंदू सिंह,आइसा राज्य सचिव शब्बीर कुमार,इंसाफ मंच के राज्य सचिव क्यामुद्दीन अंसारी, जसम राज्य अध्यक्ष जितेंद्र सिंह,जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम,व्यवसायी संघ के जिला उपाध्यक्ष राजनाथ राम,ऐक्टू नेता बालमुकुंद चौधरी,विपुटा नेता प्रोफेसर चिंटू कुमारी,इनौस जिलाध्यक्ष निरंजन केसरी,मीडिया प्रभारी चंदन कुमार,आइलाज के नेता अमित कुमार बंटी,इंसाफ मंच के जिला सचिव अजय कुमार गांधी,ऐपवा नगर सचिव संगीता सिंह, व्यवसायी संघ के आरा नगर सचिव बबलू गुप्ता,शिक्षक संघ नेता धर्म कुमार राम,सहित कई लोग मौजूद थे.

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