संयुक्त किसान मोर्चा-केंद्रीय श्रम संगठन-खेत मजदूर संगठनों के आह्वान पर देशव्यापी मना चेतावनी प्रदर्शन दिवस
जिलाधिकारी के समक्ष एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया
संयुक्त किसान मोर्चा-केंद्रीय ट्रेड यूनियन तथा खेत मजदूर संगठनों के संयुक्त मंच के देशव्यापी आह्वान के तहत आज भोजपुर जिलाधिकारी के समक्ष 18 सूत्री मांगों को लेकर एकदिवसीय धरना आयोजित किया गया.धरना की अध्यक्षता माधव प्रसाद सिंह एवं संचालन बालमुकुंद चौधरी ने किया.
यह धरना सी 2 प्लस 50 फ़ीसदी के आधार पर एमसी कानून की गारंटी के साथ सभी फसलों की खरीद की गारंटी करने,बिजली क्षेत्र का निजीकरण ना हो कोई प्रीपेड मीटर ना लगे,फसलों पशुधन बागवानी
सहित कृषि की अन्य क्षेत्र में सार्वजनिक बीमा योजना लागू की जाए,मजदूर विरोधी चार श्रम कोड को निरस्त किया जाए.60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग खेत मजदूर एवं किसानों के लिए ₹10000 मानसिक पेंशन योजना लागू करने,बिहार में एसपी कानून के तहत कृषि मंडी को पूरा बहाल करने,बिहार में डी बंदोपाध्याय भूमि सुधार आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने और उसके सिफारिश को लागू करने,आंगनवाड़ी आशा ममता रसोईया सहित सभी योजना कर्मियों एवं संगठित असंगठित मजदूरों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 26000 रुपया के न्यूनतम मासिक वेतन को लागू करने,मनरेगा में 200 दिन और ₹600 मजदूरी देने और इससे कृषि पशुपालन वाटरशेड आधारित योजना से जोड़ने की गारंटी करने सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के जरिए भोजपुर जिलाधिकारी को मांग-पत्र दिया गया.
धारणा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि देश के विकास में मजदूर किसानों एवं अन्य मेहनतकश वर्गों का अहम योगदान है उनकी उन्नति ही सही अर्थों में देश की प्रगति का सूचक है. लेकिन हमारे देश की सरकारें चाहे केंद्र की हो या राज्यों की बड़े पूंजीपति कॉर्पोरेट घरानों और बड़े भूस्वामियों के लिए निहित स्वार्थ में काम करती है. हमारे देश के शासक वर्ग साम्राज्यवादी शक्तियों के सांठ-गांठ करता है और साम्राज्यवाद परस्त नव उदारवादी नीतियों को लागू करता है. फलस्वरूप एक और जहां देश की आम जनता खासकर मेहनत आवाम बदहाली की शिकार है,वही मुट्ठी भर अमीर और धन्ना सेठ हो पूंजीपतियों, भूस्वामियों एवं लुटेरों के साथ देश की धन संपदा का बड़ा हिस्सा गिरवी रख दिया है.धरना के दौरान संविधान दिवस के तहत सभी लोगों ने संविधान के प्रस्तावना का सामूहिक पाठ कर संविधान को बचाने का संकल्प लिया गया.
धरना सम्बोधित करने वालों में पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह,पूर्व विधायक मनोज मंजिल,प्रमोद सिंह,विनोद सिंह कुशवाहा,दिलराज प्रीतम,दुदुन सिंह,क्यामुद्दीन अंसारी,शब्बीर कुमार,हरेराम सिंह,मुकेश राय,अजय गांधी,हरेराम सिंह,जगदीश राम,राजेंद्र यादव,रौशन कुशवाहा,पंकज कुशवाहा,साहिल अरोरा आदि कई लोग शामिल थे.