
आइसा ने राष्ट्र नायक शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 117 वां जयंती पर आरा शहर में मार्च निकाला. यह युवा दावेदारी मार्च माले जिला कार्यालय से बस स्टैंड,पूर्वी गुमटी होते,रेलवे स्टेशन,नवादा चौक होते करमन टोला स्थित भगत सिंह की मूर्ति के पास पहुंचा!इस अवसर पर नौजवानों का जत्था बैनर के साथ होकर जुलूस निकाला!जुलूस में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की क्रांतिकारी विरासत जिंदाबाद,भगत तेरा मिशन अधूरा हम सब मिलकर करेंगे पूरा,शहीदों के सपनों को नीलाम करने वालो खबरदार देश का युवा है तैयार,नफ़रत का कारोबार बंद करो-रोजगार का प्रबंध करो,रोजी दो-रोजगार दो नहीं तो गद्दी छोड़ दो,देश के छात्र-युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बंद करो,मुद्दा मत भटकाओ-रोजगार कहा के ये बतलाओ,रोजगार पर श्वेत पत्र लाना होगा,रेल बैंक व कल-कारखानों को बेचना बन्द करो,देश की संपदा को देशी-विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेचना बंद करो नारे के साथ उसके बाद शहीद-ए-आजम भगत सिंह के मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया!माल्यार्पण के बाद सभा आयोजित की गई!सभा संचालन आरवाईए जिला सह सचिव विशाल कुमार ने किया.
मौके पर सभा को संबोधित करते हुए इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) राज्य सचिव शिव प्रकाश रंजन ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह देश के छात्र-युवाओं के लिए प्रेरणादायक है!भगत सिंह ने पूंजीवाद ओर साम्राज्यवाद को मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन बताया,वह हर प्रकार के शोषण के खिलाफ थे भगत सिंह एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना चाहते थे जहा मनुष्य द्वारा मनुष्य का शोषण न हों. उत्पादन के साधनों पर कुछ लोगो का अधिकार न हों!लेकिन आज इसके बिल्कुल उलट हो रहा है. भगत सिंह ने समाज को समतामूलक बनाने के लिए लड़ाई लड़ी थी!वर्तमान सरकार उनके सपनों को कुचल रही है.लोकतंत्र और संविधान खतरे में है,इसे बचाने के लिए भगत सिंह को अपना आईकॉन मांगने वाले नौजवान आरवाईए के नेतृत्व में देशभर में संघर्ष चला रही है.
आगे उन्होंने कहा कि आज हम ऐसे दौड़ में भगत सिंह को याद कर रहे है जब बिहार की मोदी -नीतीश सरकार के कुछ दिन ही बचे है. बिहार के छात्र-नौजवानों को नई सरकार चुननी है!इस सदर्भ में सरकार के कार्यकाल का लेखा-जोखा जरुरी है. आज छात्र युवाओं संबैधानिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों,दलितों, अल्पसंख्यकों,महिलाओं पर सत्ता प्रायोजित हमले किये जा रहे.
- आरवाईए-आइसा ने कहा कि आज देश के नौजवान सम्मानजनक रोजगार चाहते है बेहतर भविष्य चाहिए जिसके लिए वह रात-दिन संघर्ष कर रहे हैं लेकिन इस नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने के बदले उनके हाथों में भाजपा सरकार तलवार थमा कर उन्हें नफ़रती उन्मादी और दंगाई बना कर एक विशेष धर्म के खिलाफ युद्ध में झोक देने का अभियान चला रही हैं। जिसके खिलाफ आरवाईए भगत सिंह और अंबेडकर को अपना आईकॉन मानने वाले नौजवानों को संगठित कर देशभर में इस नफरत के कारोबार और इस तबाही और बर्बादी के खिलाफ देश भर में आंदोलन चला रही है. मौके पर माले जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम,आरवाईए जिलाअध्यक्ष निरंजन केशरी,जिला सह सचिव अखिलेश कुमार,अजित कुमार,दिलीप कुमार,
- अमित यादव,प्रदीप कुमार,अभिनव गुप्ता,कन्हैया कुमार,धीरेंद्र आर्या,मुकुंद मौर्या,पंकज कुशवाहा,मनीष यादव,माले नेता अभय सिंह,राहुल गुप्ता,रणधीर कुमार राणा,धर्मेंद्र गुप्ता,अप्पू यादव,अरविंद कुमार,मनमोहन राम,सुनील पासवान,आइसा जिला अध्यक्ष सुशील यादव,जयशंकर प्रसाद,रौशन कुशवाहा,सुधीर कुमार,चंदन दास,शाहील अरोरा,अनूप कुमार,सुमित कुमार,दीपांकर,नीतू कुमारी,सुनील यादव,राहुल यादव,मृत्युंजय यादव,प्रवीन यादव,सुमीत कुमार आदि उपस्थित थे.